Family Paise Ki Dikkat Story - परिवार की पैसों की समस्या पर भावुक प्रेरणादायक कहानी
परिवार की पैसों की कड़ी परीक्षा – एक भावुक कहानी मुरादाबाद के एक छोटे से कस्बे में रहने वाला एक साधारण परिवार था — पिता रामपाल , माँ सरिता और दो बच्चे आरव और रीना । घर छोटा था , लेकिन उस घर में प्यार बहुत बड़ा था। रामपाल साइकिल रिपेयर की छोटी-सी दुकान चलाते थे और सरिता घर पर सिलाई करके कुछ पैसे जोड़ लेती थीं। जीवन धीरे-धीरे कट रहा था , लेकिन पैसों की तंगी हमेशा उनके साथ परछाई की तरह रहती थी । एक दिन सब बदल गया बरसात का मौसम था। दुकान में अचानक एक बड़ा नुकसान हो गया। पानी भरने से रामपाल के सारे औज़ार खराब हो गए। दुकान बंद हो गई और आय के सभी रास्ते रुक गए। घर में चावल तक बचा नहीं था। 4000 रुपए का किराया सिर पर था और बच्चे स्कूल की फीस मांग रहे थे। सरिता ने चुपचाप अपनी माँ के दिए हुए सोने के छोटे-से झुमके निकाल कर हाथ में लिए। वो वही थे जो उनके मायके की निशानी थे। आँसू रुक नहीं रहे थे। उन्होंने रामपाल को देते हुए कहा: “ ये ले लो … बच्चों की पढ़ाई नहीं रुकनी चाहिए। ” रामपाल उस रात सो नहीं पाए। उन्हें लग रहा था जैसे वे अपने परिवार के लिए कुछ भी नहीं कर...