Poetry on words - बातों पर शायरी
बातों की मिठास तो हर कोई बेच देता है, जो दिल से निभा दे वही रिश्ता सच्चा होता है। कहने को तो बस दो ही लफ़्ज़ चाहिए होते हैं, पर किसी का दिल जीतने में उम्र निकल जाती है। बातों में वज़न होना ज़रूरी है साहब, सिर्फ़ आवाज़ ऊँची करने से इज़्ज़त नहीं बढ़ती। किसी की बातों से दिल ना तोड़ो, हर कोई कह नहीं पाता… पर बहुत कुछ सहता है। बातों से दिलों में उतर जाया करते हैं लोग, चेहरे तो बस पहचान के लिए होते हैं। कुछ बातें हम कह नहीं पाते, बस महसूस होती रहती हैं… दिल के आस-पास। बातों से जख्म देना आसान है, शब्दों में दवा रखना सीखो। सुना है बातों में तेरे बड़ा असर है, तभी तो तेरी चुप्पी मुझे मार जाती है। कुछ लोग बातें कम पर असरदार करते हैं, और कुछ लोग बातें ज़्यादा पर बेअसर करते हैं। शब्दों का इस्तेमाल सोच समझकर किया करो, कल को वही वापस लौट आते हैं। तेरी बातों का असर कुछ यूं हो गया, दिल मेरा था… और कब्ज़ा तेरा हो गया। बातें मीठी हों तो दिल जीत लेती हैं, वरना ज़बान तो जानवरों के भी होती है। कुछ बातें ऐसी होती हैं, जो कही नहीं जाती… बस समझी जाती हैं। तुम्हारी बातें तुम्हारे होने का अहसास कराती हैं, ...