उच्च गुणवत्ता वाली महादेव शायरी 🚩
ॐ नमः शिवाय—जितना झुकते हैं भोले से, उतना ऊँचा उठता है नसीब। डमरू की धुन में बसता है साहस, त्रिशूल की धार में छुपा है विश्वास। हर हर महादेव! डर वहीं खत्म जहाँ शिव का नाम शुरू। कैलाश के वासी की कृपा हो जाए, तो पत्थर भी पार लग जाए। मैं क्या माँगूँ जग से, जब महादेव हैं साथ मेरे। राख बने अहंकार, जब माथे पर चढ़े भस्म का श्रृंगार। संकट कितने भी हों, शिव-स्मरण से सब हल्के हो जाते हैं। भोले का दरबार बराबर का—न छोटा, न बड़ा; बस भक्त होना चाहिए। नीलकंठ की तरह पी जाऊँ विषाद, फिर जीवन में बचे केवल प्रसाद। जो शिव को पा लेता है, उसे खोने का भय नहीं रहता। तांडव की लय में छुपा सृष्टि का रहस्य, मौन की गहराई में मिलता महादेव। त्रिपुण्ड की तीन रेखाएँ—संयम, समर्पण, सद्बुद्धि का वचन। महादेव का नाम, हर काम को आसान और हर रात को अरमान बना देता है। शिव बिना श्वास अधूरी, शिव से ही हर धड़कन पूरी। भोलानाथ हैं तो किस बात की कमी—कृपा हो तो किस्मत भी झुकेगी वहीं।