Diwali - दीपावली और समुद्र मंथन की कहानी – लक्ष्मी जी के जन्म की पौराणिक कथा
✨ दीपावली की कहानी – देवी लक्ष्मी और समुंद्र मंथन की कथा दीपावली का संबंध केवल भगवान श्रीराम की अयोध्या वापसी से ही नहीं, बल्कि देवी लक्ष्मी से भी गहराई से जुड़ा हुआ है। लक्ष्मी जी धन और समृद्धि की देवी मानी जाती हैं और दीपावली के दिन उनकी पूजा विशेष रूप से की जाती है। इसके पीछे समुद्र मंथन की कथा प्रसिद्ध है। 🌊 समुद्र मंथन की शुरुआत एक बार देवताओं और असुरों में युद्ध हुआ। यह युद्ध इतना भयंकर था कि देवताओं की शक्ति कम हो गई। तब देवताओं ने भगवान विष्णु से सहायता मांगी। विष्णु भगवान ने कहा कि अमृत प्राप्त करने के लिए क्षीर सागर का मंथन करना होगा। समुद्र मंथन के लिए मंदराचल पर्वत को मथानी बनाया गया और वासुकी नाग को रस्सी। देवता और दैत्य दोनों ने मिलकर समुद्र मंथन आरंभ किया। 💎 समुद्र से निकले चौदह रत्न मंथन के दौरान समुद्र से 14 अद्भुत रत्न निकले, जैसे— विष (हलाहल) – जिसे भगवान शिव ने पिया ऐरावत हाथी उच्चै:श्रवा घोड़ा कौस्तुभ मणि कल्पवृक्ष अप्सराएँ कामधेनु गाय और अंत में प्रकट हुई – देवी लक्ष्मी 🌸 लक्ष्मी जी का प्रकट होना जब देवी लक्ष्मी समुद्र से प्रकट हुईं तो सभी देवताओं ने उनक...