Love Shayari
TheShayariWorldOfficial — Love Shayari (HD)
प्रकाशित: 14 August 2025 • कॉपीराइट-फ्री (CC0) • मोबाइल-फ्रेंडली • शेयर/कॉपी बटन
इकरार
तेरी धड़कन से जब मेरी धड़कन मिली,
ख़ामोशी ने भी हामी भर दी—प्यार मुकम्मल हुआ।
ख़ामोशी ने भी हामी भर दी—प्यार मुकम्मल हुआ।
धड़कन
दिल ने तेरे नाम की तस्बीह क्या पढ़ी,
हर सांस में ‘तू’ का वज़्न हल्का-सा रख दिया।
हर सांस में ‘तू’ का वज़्न हल्का-सा रख दिया।
नज़र
तेरी नज़रों में उतरे तो आईना चमक उठा,
मैं था वही—पर प्रेम ने चेहरा नया कर दिया।
मैं था वही—पर प्रेम ने चेहरा नया कर दिया।
वादा
तू साथ हो तो मौसम भी वादा निभाते हैं,
बरसात रुककर हमारे कदम गिनने लगती है।
बरसात रुककर हमारे कदम गिनने लगती है।
मुलाक़ात
पहली मुलाक़ात ने एक उम्र बना दी,
घड़ी पर सेकंड नहीं—तेरे लम्हे थे।
घड़ी पर सेकंड नहीं—तेरे लम्हे थे।
फासला
फासले थे मगर दुआ की रस्सी कसी रही,
छू लिया हमने दूरी को, दिल से दिल तक।
छू लिया हमने दूरी को, दिल से दिल तक।
ख़ुशबू
तू सामने हो तो हवाएँ महक उठती हैं,
तेरा नाम लेते ही शामें गुलाब हो जातीं।
तेरा नाम लेते ही शामें गुलाब हो जातीं।
तारीफ़
तेरी तारीफ़ में जितने भी शब्द थे कम पड़े,
मैंने मुस्कान उधार ली—और बात पूरी हुई।
मैंने मुस्कान उधार ली—और बात पूरी हुई।
चाँद
तू पास हो तो चाँद भी रोशन लगता है,
दूर हो तो आसमान में खिड़की सी रह जाती है।
दूर हो तो आसमान में खिड़की सी रह जाती है।
हमसफ़र
रास्ते पूछें कहाँ—जब तू साथ चलता है,
मंज़िल खुद प्रेम का पता पूछने लगती है।
मंज़िल खुद प्रेम का पता पूछने लगती है।
ख्वाब
तेरी पलकों पर जब अपना नाम पाया,
ख़्वाबों ने रात भर आशीर्वाद दिया।
ख़्वाबों ने रात भर आशीर्वाद दिया।
रूह
तेरी रूह से मेरी रूह का समझौता ऐसा,
दर्द भी आए तो दोनों आधा-आधा बाँट लें।
दर्द भी आए तो दोनों आधा-आधा बाँट लें।
आदत
तेरी आदत में मैं यूँ शामिल हो गया,
जैसे सुबह में रोशनी का बहाना हो।
जैसे सुबह में रोशनी का बहाना हो।
मुस्कान
तेरी मुस्कान से बेहतर कोई दवा नहीं,
उदासी आती है—दरवाज़े से लौटा देते हो।
उदासी आती है—दरवाज़े से लौटा देते हो।
मंज़िल-ए-मोहब्बत
नाम तुम्हारा लिया तो राहें खिल उठीं,
दिल ने कहा—यही मेरी आख़िरी मंज़िल है।
दिल ने कहा—यही मेरी आख़िरी मंज़िल है।
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