चाचा के लिए शायरी – | Chacha Ji Shayari in Hindi
{ चाचाकेलिएशायरी }
चाचाजीकेलिए बेहतरीनशायरी :___________________
प्यार, सम्मानऔरअपनापनसेभरेअनमोलशब्द।हरमौकेपरकामआनेवालीखासशायरीकासंग्रह।
- घर की चौखट पर जो ठहराव है,
वो चाचा जी के होने का असरदार साया है। - जब भी हिम्मत डोले, हाथ थाम लेते हैं,
चाचा जी दिल से हमारे हम-राह बन जाते हैं। - हँसी की फेरियों में जो सबसे आगे चले,
वो मेरे चाचा, जो ग़मों को हंसी में ढले। - सादगी में शान, बातों में मिठास,
चाचा जी से मिलता है अपनापन ख़ास। - रिश्तों की किताब में सबसे प्यारा पन्ना,
मेरे चाचा, मेरा गर्व, मेरा अपना। - गलतियों पर समझाएँ, सपनों को उड़ान दें,
चाचा जी हमें जीना सिखा दें। - छोटा सा दुःख भी पढ़ लेते हैं आँखों से,
चाचा जी को खबर रहती है धड़कनों से। - बचपन से आज तक एक ही सहारा,
चाचा जैसा कोई कहाँ हमारा। - मेहनत की राह बताकर उम्मीद जगाते हैं,
चाचा जी अपनेपन से जीतना सिखाते हैं। - जब दुनिया से थक जाऊँ, गले लगा लेते हैं,
मेरे चाचा हर दर्द को हवा बना देते हैं। - जन्मदिन हो या कोई नई जीत की बात,
चाचा जी सबसे पहले करते हैं दुआओं की बरसात। - घर के आँगन में खुशियों की छाँव रखते हैं,
मेरे चाचा हर पल अपनों का मान रखते हैं। - हौंसले का दीपक, सीखों की लौ,
चाचा जी से मिलता है जीने का संजो। - मेरे हर कामयाबी के पीछे जो दुआ है,
वो चाचा जी की मासूम सी छुआ है। - जैसे बादल से बरसे ठंडी सी फुहार,
वैसे चाचा जी का स्नेह करता है प्यार। - रोज़ नई राहों का हौसला दे जाते हैं,
चाचा जी मुश्किलें आसान कर जाते हैं। - जो नहीं कहते, वो भी समझ जाते हैं,
मेरे चाचा दिल के अरमान पढ़ जाते हैं। - कंधे पर रख कर हाथ, यूँ ही नहीं चलाते,
चाचा जी दिशा दिखाकर मंज़िल दिलाते। - जब हार मानूँ, वो जीत याद दिलाते,
चाचा जी उम्मीदों के पंख बनाते। - थोड़ी शरारत, थोड़ी समझदारी का संगम,
मेरे चाचा हैं घर का सबसे प्यारा आलम। - हर मीठी डाँट में छिपा होता है प्यार,
चाचा जी दिल से ही करते हैं उपकार। - चाय की चुस्कियों में किस्से हज़ार,
चाचा के संग बचपन भी हो जाए तैयार। - मेरे ख्वाबों के पहरेदार बने रहते हैं,
चाचा जी हर वक्त साथ खड़े रहते हैं। - हँसते हुए कहते हैं, गिरकर उठना सीखो,
मेरे चाचा हर मुश्किल से लड़ना सीखो। - सफर में जब भी धुंध छा जाती है,
चाचा की आवाज़ राह दिखा जाती है। - रिश्तों की परिभाषा, अपनत्व की मिसाल,
मेरे चाचा हैं प्यार का कमाल। - जो बात पिता से भी न कह पाऊँ कभी,
चाचा से कह दूँ, हल हो जाए सभी। - मेरे हर त्यौहार का असली उजाला,
चाचा के चेहरे की मुस्कान निराला। - दुनिया की भीड़ में जो अपना लगे,
मेरे चाचा ही तो दिल से अपने लगे। - सहनशीलता, सरलता, स्नेह का दरिया,
चाचा जी जैसा और कौन सा परिया। - उनकी सीखों में मिलती है रोशनी,
चाचा के होने से मिटती है तन्हाई। - पैरों में जब थकावट भारी होती है,
चाचा की बातें नई चिंगारी होती है। - रूठे सपनों को मनाना जिन्हें आता है,
चाचा के पास हर जादू छुपा रहता है। - मतलब की दुनिया में बे-मतलब का प्यार,
मेरे चाचा का यही तो है उपहार। - कामयाबी से पहले धैर्य का पाठ,
चाचा समझाएँ तो बैठ जाता है बात। - संकट में सहारा, खुशियों में साथी,
मेरे चाचा हैं सबसे प्यारी थाती। - जब भी गिरा, हाथ उन्होंने बढ़ाया,
चाचा के साये ने हर जख्म सहलाया। - कभी गुरु बनकर, कभी दोस्त बनकर,
चाचा जी रहते हैं मन के पास रहकर। - उनकी दुआ से होती है हर शुरुआत,
चाचा के नाम है मेरी हर कामयाब बात। - मुस्कान उनकी जैसे सुबह की किरण,
चाचा के बिना सूनी लगे हर धरण। - बचपन की गलियों का सबसे मीठा नाम,
मेरे चाचा, मेरे दिल का आराम। - तुम्हारी हँसी में है घर की रौनक सारी,
चाचा, आपसे ही है हमारी खुशहाली। - सीख देते हैं कि हार से डरो नहीं,
चाचा कहते हैं, ‘रुको नहीं, थको नहीं।’ - मेरी मुश्किलें जब पहाड़ सी लगें,
चाचा की बातें मुझे परवाज़ दें। - सादे शब्दों में बड़ी समझ दे जाएँ,
चाचा हर मोड़ पर राह समझाए। - हर रिश्ते में रहता है उनका समर्पण,
मेरे चाचा हैं स्नेह का अद्भुत दर्पण। - जब आँसू थमते नहीं, वो हँसा जाते हैं,
चाचा मेरे दिल को झट सजा जाते हैं। - पिता-सा अनुशासन, दोस्त-सा साथ,
चाचा हैं जीवन का सुंदर सा पाथ। - जिनके होने से घर बनता है घर,
मेरे चाचा से ही है दिल का नगर। - तन्हा पलों में भरोसा बनके आए,
चाचा के शब्द नई उम्मीद जगाए। - रिश्तों की डोर वो संभाले रखें,
चacha के साये में हम निडर रहें। - मेरे सपनों की रखवाली जो करते,
चाचा हर दर्द से हमें दूर कर देते। - जब भी मन हारे, वो मनोबल बढ़ाते,
चाचा कदम-कदम पर साथ निभाते। - उनके आशीष से खिलती है बहार,
चाचा की दुआओं में है खूब प्यार। - खुशियों का पिटारा, अपनत्व की खान,
चाचा हैं हमारे जीवन की शान। - कभी नाराज़ हों तो मनाना भी सिखाएँ,
चाचा रिश्तों को दिल से निभाएँ। - मेरे हर नए सफ़र के पहले क़दम,
चाचा देते हैं हिम्मत का मरहम। - उनकी हँसी में जादू, बातों में नूर,
चाचा के साथ हर पल लगें भरपूर। - सच कहना और सच पर टिक जाना,
चाचा ने सिखाया है यूँ मुस्कराना। - हर मोड़ पर जो दिखाएँ सही रास्ता,
चाचा हैं मेरे जीवन का नक़्शा। - बचपन के खेल हों या बड़ी चुनौती,
चाचा के संग जीत बने पहचान होती। - थक जाए दुनिया, पर वो नहीं थकते,
चाचा हर पल हमें हिम्मत ही देते। - दिल के कितने पास, फिर भी कितने सरल,
मेरे चाचा हैं जैसे निर्मल जल। - हौसले की चाबी, सपनों की रफ़्तार,
चाचा के संग मिलता है बेख़ौफ प्यार। - जब भी मन उलझे, वो सुलझा जाते हैं,
चाचा हर गाँठ को प्यार से खींच जाते हैं। - हर दुआ में उनका नाम शामिल है,
चाचा से मेरा रिश्ता क़ाबिल-ए-तारीफ़ है। - घर के छोटे-बड़े सबके हमराज़,
चाचा की गोद में मिलता है सुकून आज। - दूर हों तो भी एहसास पास रहे,
चाचा का साया यूँ ही ख़ास रहे। - इज़्ज़त का मतलब उन्होंने सिखाया,
चाचा ने हर रिश्ते का मान बढ़ाया। - मेरे गिरने से पहले पकड़ना जानते,
चाचा हमारी धड़कनें पहचानते। - ख़्वाबों की फ़सल में पानी वो बनें,
चाचा बने उम्मीदें, आस्मां छू लें। - दिल के सच्चे, नीयत के साफ़,
चाचा के बिना अधूरा है गांव-शहर का लफ़्ज़। - छोटे-छोटे पलों को बड़ा बना दें,
चाचा मुस्कान से जादू रचा दें। - जब भी दुनिया रूठे, वो मन जाएँ,
चाचा के आगे मेरे ग़म शरमाएँ। - अपनापन उनका हरदम नए जैसा,
चाचा का स्नेह लगे माँ-पिता जैसा। - मेरे अच्छे-बुरे में जो साथ खड़े,
चाचा के होने से डर सब हटे। - दूरियों में भी जो दिलों को जोड़े,
चाचा के शब्द रिश्तों को मोड़े। - मेरी जीत में सबसे प्यारी ताली,
चाचा जी की आँखों में खुशी निराली। - जिंदगी की किताब में उनका अध्याय,
चाचा ने सिखाया हौसले का साय। - सादगी में ही असली शोभा पाते,
चाचा हर दिल में घर बना जाते। - जब खुद पर भी भरोसा कम हो जाए,
चाचा का विश्वास हमें थाम ले जाए। - उनकी परछाईं में ठंडी छांव मिले,
चाचा के संग हर मुश्किल टलें। - रात अँधेरी हो, पर राह न खोएँ,
चाचा के शब्द दीपक बन रोएँ। - दिल का जो हाल है, वो जान लें,
चाचा बिना बोले सब पहचान लें। - हर छोटी ख़ुशी को बड़ा बना देना,
चाचा का हुनर है दिल को मना लेना। - रूठे लम्हों को वो हँसी दे दें,
चाचा पलकों पर दुआएँ सेरे दें। - गिरते मन को थामकर ऊँचा उठाएँ,
चाचा के संग सपने उड़ते जाएँ। - मेरी दुनिया के सबसे प्यारे इंसान,
चाचा, आप से ही है मेरा सम्मान। - कभी थाम लें, कभी छोड़ भी दें,
चाचा भरोसा करना सिखा दें। - मेरे आज का आधार, कल का उजाला,
चाचा के संग हर सफर निराला। - उनकी सीख में मधुर अनुशासन है,
चाचा के शब्दों में स्नेह का वचन है। - दिल की अदालत में जो हैं गवाह,
चाचा का प्यार है सबसे चाहे। - हर मौसम में जो दें सुरक्षा की ढाल,
चाचा हैं मेरे जीवन का कमाल। - अल्फ़ाज़ कम पड़ें, एहसास न कम हो,
चाचा का साया यूँ ही हरदम हो। - मेरे हर कदम पर जो दुआ करें,
चाचा के संग मंज़िलें रौशन रहें। - जब भी गिरूँ, ‘उठो’ वो कहते हैं,
चाचा मेरे अंदर का सूरज जगा देते हैं। - रिश्तों की बगिया के माली वो बनें,
चाचा की मेहनत से खुशियाँ खिलें। - सच की राह पर बेख़ौफ़ चलना,
चाचा ने सिखाया है सिर ऊँचा रखना। - मेरी हँसी के पीछे उनकी कोशिशें,
चाचा की वजह से मिटती उदासियाँ। - जब भी जीतूँ, सबसे पहले नज़र ढूँढे,
चाचा की आँखें जो आशीष से झूमें।
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