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Shayari Collection in Hindi – मोहब्बत, दर्द, दोस्ती, ज़िंदगी और इंसानियत शायरी

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  Shayari Collection in Hindi – मोहब्बत , दर्द , दोस्ती , ज़िंदगी और इंसानियत शायरी ❤ ️ मोहब्बत / इश्क़ शायरी तेरी आँखों में जो देखा , वही दुनिया बन गई , तेरे होंठों की मुस्कान , मेरी चाहत बन गई। मोहब्बत का असर देख , ये दिल खुद कह उठा , तेरे बिना ज़िन्दगी मेरी अधूरी बन गई। 💔 दर्द / जुदाई शायरी वो चला गया हमें तन्हा छोड़कर , दिल के ज़ख्मों को अधूरा छोड़कर। हमने चाहा था बस उसका साथ उम्र भर , वो रुक ना सका कुछ पल भी जोड़कर।   यहाँ पढ़े : -https://www.theshayariworldofficial.in/2025/09/vasant-panchami-saraswati-puja.html 😊 दोस्ती शायरी दोस्ती की कोई मज़िल नहीं होती , ये तो हर सफ़र में हासिल होती। सच्चे दोस्त वही कहलाते हैं , जिनकी याद से ही मुश्किल आसान होती।   🌙 ज़िंदगी / प्रेरणा शायरी   ज़िंदगी एक किताब है , हर दिन नया पन्ना है , हर ग़म के बाद छुपा हुआ सुख का गहना है। हार कर बैठो मत , कोशिशों को बढ़ाते रहो , अंधेरे के बाद ही सूरज का सपना है।   यहाँ पढ़े : https://www.theshayariworldofficial.in/2025/09/insa...

🌸 Vasant Panchami Saraswati Puja

  🌸 वसंत पंचमी (सरस्वती पूजा) केसर-हलवा (पीला रंग, सरस्वती जी को प्रिय) चना दाल खिचड़ी घी के साथ मालपुए 🪔 दीपावली (Diwali) पूरी–आलू की सब्ज़ी गुजिया, चिरौंजी की बर्फी, बेसन लड्डू कचौड़ी–चना मसाला फिरनी/रसमलाई 🌾 मकर संक्रांति / पोंगल तिलगुल (तिल और गुड़ की मिठाई) खिचड़ी (चावल + दाल + सब्ज़ी + घी) चूरमा लड्डू सक्करई पोंगल (गुड़ वाला चावल) 🌸 होली गुजिया ठंडाई दही भल्ले कचौड़ी–आलू की सब्ज़ी 🛶 रक्षाबंधन घी से बनी पूरियाँ और सब्ज़ी खीर बालूशाही/रसगुल्ला 🐍 नाग पंचमी चावल + दाल (सादा भोजन) दूध से बनी मिठाइयाँ (रसगुल्ला, रस मलाई) 🪔 गणेश चतुर्थी मोदक (गुड़–नारियल भरावन) पुड़ी–आलू भाजी श्रीखंड 🍲 नवरात्रि (व्रत / उपवास) साबूदाना खिचड़ी सिंघाड़े/कुट्टू के आटे की पूरी आलू की सब्ज़ी (फ्राई) मखाने की खीर 🌙 ईद सेवइयाँ (शीर खुरमा) बिरयानी कबाब फिरनी 🪔 करवा चौथ फलाहार थाली (फल, मखाने, सूखे मेवे) फेनी दूध के साथ (चाँद देखने के बाद) सत्तू परांठा / पूरी ...

Insaniyat Shayari in Hindi - 🌿इंसानियत पर शायरी

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                       🌿 इंसानियत पर शायरी - Insaniyat Shayari in Hindi   🌿 🌿 🌿 🌿 🌿 🌿 🌿 🌿 🌿 🌿 🌿                         इंसान वही है जो इंसानियत निभा जाए, गिरते को थाम ले, रोते को हंसा जाए। न हो दौलत से बड़ा, न हो शोहरत से भारी, इंसान वही है जो बांटे सब पर प्यार की क्यारी। न देखे धर्म, न देखे जात का रंग, सबको समझे अपना, हर दिल को करे संग। लहू से नहीं, दिल से रिश्ते जुड़ते हैं, सच्चे इंसान दिलों में ही बसते हैं। जो अपनी मुस्कान से ग़म को हर ले, जो दूसरों की राह को रोशनी कर दे। वही है असली शख़्स, वही है महान, जिसके दिल में बसती है सबके लिए जान।               👉 और पढ़ें - Insaniyat Shayari in Hindi - इंसानियत पर शायरी 🌸 इंसानियत शायरी इंसानियत का रंग सबसे हसीन होता है, ये दिलों को जोड़ने का ज़मीन होता है। ना दौलत, ना शोहरत, ना ताज चाहिए, बस इंसान को इंसान ...